संकल्प से सिद्धि
जब आप ठान लेते हैं, तो जीत सुनिश्चित हो जाती है। आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प से हर मंज़िल को पाया जा सकता है। सफलता की कुंजी है अपने लक्ष्य पर अडिग रहना।
जब आप ठान लेते हैं, तो जीत सुनिश्चित हो जाती है। आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प से हर मंज़िल को पाया जा सकता है। सफलता की कुंजी है अपने लक्ष्य पर अडिग रहना।
नेतृत्व का असली अर्थ केवल मार्गदर्शन में नहीं, बल्कि सबको साथ लेकर चलने की कला में है। सच्चा नेता वही है जो समर्पण, सहयोग और समानता से प्रेरित होकर सभी को आगे बढ़ने का अवसर दे।
सच्चा नेतृत्व खुद को ऊंचा दिखाने का नहीं, बल्कि विनम्रता से सेवा का प्रतीक होता है। यह दूसरों की भलाई और सामूहिक प्रगति के लिए समर्पित एक प्रेरणादायक मार्ग है।
शक्ति बड़े पद से नहीं आती, बल्कि यह आदतों से जुड़ी होती है, जो ईमानदारी और सच्चाई से अर्जित की जाती है। डॉ. महेश शर्मा जी के प्रेरणादायक शब्द हमें यह सिखाते हैं कि दूसरों के प्रति हमारी ईमानदारी और नैतिकता ही हमें सशक्त बनाती है।
हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नायक, शिक्षाविद्, संविधान सभा के अध्यक्ष, और देश के प्रथम राष्ट्रपति ‘भारत रत्न’ डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी को उनकी जयंती पर भावपूर्ण नमन। उनका त्याग, सादगी और राष्ट्रभक्ति आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।
कुछ लोग पदचिन्हों पर चलते हैं और कुछ नए पदचिन्ह बनाते हैं। मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एक ऐसे प्रेरणास्त्रोत हैं, जो न केवल मार्ग दिखाते हैं बल्कि नए रास्ते भी बनाते हैं। उनका नेतृत्व देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहा है।
सफल लोग कभी अपने इरादों को नहीं बदलते, केवल अपने रास्तों को बेहतर बनाते हैं। कठिनाइयों से सीखकर आगे बढ़ना ही सफलता का असली मंत्र है। अपने सपनों को जिंदा रखें और हर चुनौती को अवसर में बदलें।
आंखों में वैभव के सपने,पग-पग में तूफान हो, राष्ट्रप्रगति का ज्वर न रुकता, जिसमे देशभक्ति का स्वाभिमान हो । हाल ही में यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वदेशी फाइटर जेट “तेजस” में उड़ान भरी थी जिसके बाद सम्पूर्ण देशभर में एक आत्मविश्वास की लहर है, और हो भी क्यों ना, जब देश के…
India is a land of diverse culture, unity and sovereignty. Our values, architecture, spirituality and cuisine are some of the aspect that truly reflect our amazing culture. Now it clearly indicates that India boasts an exceptional variety and wealth of soft power resources which were never fully utilized by the previous governments. This was majorly…
आज से ४३ वर्ष पूर्व 25-26 जून 1975 की मध्यरात्रि में कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए देश पर आपातकाल थोपकर लोकतंत्र की निर्मम हत्या की थी| स्वतंत्र भारत के इतिहास में आज का दिन एक काले अध्याय के रूप में हमेशा याद किया जायेगा| तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने बिना…